मुंबई। फिल्म अभिनेता मुस्ताक खान के साथ हुई यह घटना उनके प्रशंसकों और मनोरंजन जगत के लिए एक चौंकाने वाली खबर है। इस मामले में अपहरण और जबरन वसूली जैसी गंभीर आपराधिक गतिविधियां शामिल
मुस्ताक खान को 20 नवंबर को एक इवेंट में शामिल होने के बहाने मुंबई से दिल्ली बुलाया गया। दिल्ली एयरपोर्ट से निकलने के बाद उन्हें राहुल सैनी द्वारा भेजी गई कैब ने रिसीव किया। रास्ते में कैब एक शिकंजी स्टॉल पर रुकी, जहां से उन्हें एक दूसरी गाड़ी में बैठा दिया गया।
गाड़ी में दो और लोग सवार हो गए, जिन्होंने मुस्ताक खान पर हमला किया और उन्हें एक अज्ञात स्थान पर ले गए। अपहरणकर्ताओं ने उनसे पैसे की मांग की। चूंकि उनके पास एटीएम नहीं था, उन्होंने मुस्ताक खान के बेटे के खाते से ₹2 लाख ट्रांसफर करवा लिए।
इस दौरान अपहरणकर्ता शराब पार्टी करते रहे। सुबह जब वे नशे में थे, तब मुस्ताक खान मौका पाकर वहां से भाग निकले और पास की एक मस्जिद में पहुंचे। मस्जिद के मौलवी की मदद से उन्होंने अपने परिचितों को फोन किया और मुंबई लौट गए।
पुलिस कार्रवाई:
मुस्ताक खान के इवेंट मैनेजर शिवम यादव की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज किया। पुलिस ने आईपीसी की धारा 140 (2) के तहत अपहरण, बंधक बनाने और जबरन वसूली का मुकदमा दर्ज किया है।
एसपी अभिषेक झा ने कहा कि पुलिस गैंग की पहचान में लगी है, और जल्द ही पूरे मामले का खुलासा किया जाएगा।
आरोपियों का तरीका:
इस मामले में आरोपियों ने इवेंट के नाम पर एक फर्जी प्रस्ताव देकर अभिनेता को फंसाया। इसके बाद उन्हें अपहरण कर लिया और पैसों की जबरन वसूली की।
निष्कर्ष:
इस घटना ने मनोरंजन जगत के लोगों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस की त्वरित कार्रवाई और गैंग की गिरफ्तारी से यह संदेश देना जरूरी है कि इस तरह के अपराधों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मुस्ताक खान की सतर्कता और हिम्मत ने उन्हें इस संकट से बाहर निकलने में मदद की।